आज दुख के साथ कह सकते हैं कि कुछ हद तक हमारा संविधान भी ? आज दुख के साथ कह सकते हैं कि कुछ हद तक हमारा संविधान भी ?
पढ लिख कर इधर उधर घूम रहा नौजवान रोजी रोटी रोजगार की तलाश में। पढ लिख कर इधर उधर घूम रहा नौजवान रोजी रोटी रोजगार की तलाश में।
हम सब कहीं न कहीं किसी बच्चे को कहीं काम करते हुए देखते हैं, और हमारे मन में यह विचार भी आता है की य... हम सब कहीं न कहीं किसी बच्चे को कहीं काम करते हुए देखते हैं, और हमारे मन में यह ...
मेरे कारण विश्व युद्ध होगा सुनकर विश्वास नहीं होता क्या मैं स्त्री से भी महत्वपूर्ण हूँ मेरे कारण विश्व युद्ध होगा सुनकर विश्वास नहीं होता क्या मैं स्त्री से भी महत्वपू...
हम सब का जीवन है अत्यंत ही सुखद नितांत आसान। हम सब का जीवन है अत्यंत ही सुखद नितांत आसान।
एक वायरस ने आकर, सारे शहर को डरा दिया एक वायरस ने आकर, सारे शहर को डरा दिया